Sona Chandi Bhav: अगर आप शादी के सीजन में सोना-चांदी खरीदने की सोच रहे हैं, तो आपके पास यह सुनहरा अवसर है. इस समय भारतीय सर्राफा बाजार में सोने और चांदी की कीमतों में लगातार गिरावट देखी जा रही है. ऑल इंडिया बुलियन एसोसिएशन (एआईबीएआई) के अनुसार सोमवार को दिल्ली के सर्राफा बाजार में सोना 450 रुपये सस्ता होकर 79,550 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बंद हुआ, जो शुक्रवार को 80,000 रुपये प्रति 10 ग्राम पर था. इसी तरह चांदी की कीमत में भी 600 रुपये की गिरावट दर्ज की गई, जिससे इसका भाव 94,000 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गया. इस गिरावट के चलते सोना-चांदी की खरीदारी के लिए यह सही समय माना जा रहा है.
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कमजोरी का असर
अंतरराष्ट्रीय बाजारों में कमजोरी के चलते सोना और चांदी की कीमतों पर दबाव बना हुआ है. एलकेपी सिक्योरिटीज के जिंस और मुद्रा विश्लेषक जतीन त्रिवेदी के अनुसार कॉमेक्स में सोने की कीमतों में कमी आई है. डॉलर इंडेक्स में बढ़ोतरी होने से सोने पर दबाव बढ़ रहा है, जिससे भारतीय बाजारों में भी इसके दामों में गिरावट देखी जा रही है. हाल ही में अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप की चुनावी जीत ने सोने के बाजार में सुधारात्मक रुझान को बढ़ावा दिया है, जिससे सोने-चांदी की कीमतों में गिरावट हो रही है.
वायदा बाजार में सोना सस्ता
कमजोर वैश्विक संकेतों के चलते भारत के वायदा बाजार में भी सोने के दामों में गिरावट आई है. मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) में दिसंबर महीने में डिलीवरी वाले अनुबंध का भाव 531 रुपये यानी 0.69% की गिरावट के साथ 76,741 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है. इसी तरह सोने के वायदा सौदों में भी कमी देखी जा रही है, जिसमें करीब 10,052 लॉट का कारोबार हुआ है. वैश्विक स्तर पर न्यूयॉर्क में सोने की कीमत 0.59% गिरकर 2,678.80 डॉलर प्रति औंस हो गई है, जो भारत के सोना बाजार पर भी प्रभाव डाल रही है.
चांदी की कीमतों में भी गिरावट
सोने की तरह चांदी के दामों में भी गिरावट का सिलसिला जारी है. एमसीएक्स में चांदी के दिसंबर महीने में डिलीवरी वाले अनुबंध की कीमत 484 रुपये यानी 0.53% की गिरावट के साथ 90,785 रुपये प्रति किलोग्राम पर आ गई है. वैश्विक स्तर पर भी न्यूयॉर्क में चांदी की कीमत 0.20% गिरकर 31.39 डॉलर प्रति औंस पर पहुंची है. इस गिरावट का कारण कमजोर हाजिर डिमांड और निवेशकों द्वारा सौदों का आकार घटाना माना जा रहा है.
शादी के लिए खरीदारी का सुनहरा अवसर
शादी का सीजन शुरू होने वाला है, और इसके साथ ही गहनों की खरीदारी भी जोर पकड़ रही है. ऐसे में सोने-चांदी के दामों में आई गिरावट शादी के लिए खरीदारी करने वाले लोगों के लिए एक अच्छा अवसर साबित हो सकती है. विशेषकर भारतीय बाजार में इन दिनों शादी के गहनों की डिमांड बढ़ जाती है, इसलिए अगर आप भी शादी के लिए गहने खरीदने की सोच रहे हैं, तो यह सही समय है. दामों में गिरावट के कारण ग्राहक अपने बजट में बेहतर विकल्पों का चयन कर सकते हैं.
सोने की शुद्धता की पहचान कैसे करें
सोने की खरीदारी में गुणवत्ता की पहचान बहुत आवश्यक होती है. सोने की शुद्धता का निर्धारण हॉलमार्क के जरिए किया जाता है. 24 कैरेट सोना सबसे शुद्ध होता है, जिसमें 99.9% शुद्धता होती है. वहीं 22 कैरेट सोना 91% शुद्ध होता है, जिसमें 9% अन्य धातुएं मिली होती हैं, जो इसे गहनों के निर्माण के लिए उपयुक्त बनाती हैं. शादी के लिए ज्यादातर लोग 22 कैरेट सोना पसंद करते हैं, क्योंकि यह मजबूत और टिकाऊ होता है.
सोने-चांदी में निवेश के फायदे और नुकसान
सोने और चांदी में निवेश एक पारंपरिक और सुरक्षित ऑप्शन माना जाता है, खासकर भारत में इनकी कीमतें समय-समय पर घटती-बढ़ती रहती हैं. जब बाजार में गिरावट होती है, तो यह निवेशकों के लिए खरीदारी का बेहतर समय होता है. हालांकि वैश्विक बाजार की अनिश्चितता और डॉलर इंडेक्स में बदलाव से सोने-चांदी की कीमतों पर असर पड़ता है, जिससे निवेशक सावधानी बरतते हैं.
उपभोक्ताओं के लिए महत्वपूर्ण सलाह
सोने और चांदी की खरीदारी में जल्दबाजी से बचें. हालांकि, मौजूदा समय में कीमतें कम हैं, लेकिन खरीदारी से पहले बजट और शुद्धता की पूरी जानकारी ले लें. हॉलमार्क देखकर ही गहने खरीदें ताकि आपको शुद्धता की गारंटी मिल सके.
निवेश के लिए सही समय
जिन लोगों के पास सोने और चांदी में निवेश करने का बजट है, उनके लिए यह समय बेहद खास हो सकता है. शादी के सीजन में कीमतें अक्सर बढ़ जाती हैं, इसलिए मौजूदा कम कीमत पर खरीदारी करने से भविष्य में मुनाफा मिल सकता है.