ATM Card Deactivated: आज के युग में एटीएम कार्ड बैंकिंग सेवाओं का एक अभिन्न हिस्सा बन चुका है. इसने न केवल पैसे निकालने के काम को आसान बनाया है, बल्कि ऑनलाइन खरीदारी और बिल भुगतान जैसी सुविधाओं को भी आसान बना दिया है. यह सुविधा हमें अपने वित्तीय लेनदेन को जल्दी और आसानी से संचालित करने की क्षमता प्रदान करती है, जो कि समय की मांग है.
एटीएम कार्ड के साथ जुड़े सुरक्षा जोखिम
हालांकि एटीएम कार्ड कई सुविधाएँ प्रदान करते हैं, इसके साथ ही यह कुछ सुरक्षा जोखिमों को भी लेकर आता है. यदि यह कार्ड खो जाता है या चोरी हो जाता है, तो इससे आपके बैंक खाते में जमा पैसे पर गंभीर खतरा पैदा हो सकता है. इसलिए इसे सुरक्षित रखना और इसका सही तरीके से उपयोग करना जरूरी है.
आरबीआई द्वारा निर्धारित सुरक्षा नियम
भारतीय रिज़र्व बैंक (आरबीआई) ने एटीएम कार्ड धारकों की सुरक्षा के लिए कई नियम और शर्तें निर्धारित की हैं. ये नियम एटीएम कार्ड के सुरक्षित उपयोग को सुनिश्चित करते हैं और धन तथा डेटा की चोरी से बचाव करते हैं.
1. मोबाइल नंबर पंजीकरण
एक महत्वपूर्ण नियम यह है कि प्रत्येक बैंक खाताधारक को अपने खाते से मोबाइल नंबर जोड़ना अनिवार्य है. यह खाता धारकों को उनके खाते की हर गतिविधि की जानकारी प्रदान करता है, जिससे वे किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई कर सकते हैं.
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2. एटीएम कार्ड खोने पर कार्रवाई
यदि आपका एटीएम कार्ड खो जाता है, तो उसे तुरंत ब्लॉक करवाना बेहद ज़रूरी है. इससे खाते में मौजूद राशि की सुरक्षा होती है और किसी भी अनधिकृत लेनदेन को रोका जा सकता है.
3. पुराने कार्ड का इस्तेमाल कर दे बंद
यदि आपके बैंक ने आपको नया एटीएम कार्ड जारी किया है, तो पुराने कार्ड का उपयोग करना बंद कर देना चाहिए. यह धोखाधड़ी के जोखिम को कम करता है और आपके खाते की सुरक्षा में मदद करता है.
एटीएम कार्ड खोने पर एक्स्ट्रा सुरक्षा उपाय
खाते की जानकारी नियमित रूप से जांच करना, अपने पिन और अन्य सीक्रेट जानकारी को किसी के साथ शेयर न करना और जरूरत पड़ने पर नया पिन सेट करना कुछ महत्वपूर्ण सुरक्षा उपाय हैं. ये सभी कदम आपके खाते की सुरक्षा को बढ़ाते हैं और धोखाधड़ी से बचाव करते हैं.